
Music By : लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By : जावेद अख्तर
Performed By : किशोर कुमार
जिंदगी की यही रीत है
हार के बाद ही जीत है
थोड़े आंसू हैं, थोड़ी हंसी
आज गम है, तो कल है ख़ुशी
जिंदगी रात भी है , सवेरा भी है जिंदगी
जिंदगी है सफर और, बसेरा भी है जिंदगी
एक पल दर्द का गाँव है, दूसरा सुख भरी छाँव है
हर नए पल नया गीत है
जिंदगी की यही रीत है .......
ग़म का बादल जो छाये, तो हम मुस्कुराते रहें
अपनी आँखों में आशाओं के दीप जलाते रहें
आज बिगड़े तो कल फिर बने, आज रूठे तो कल फिर मने
वक्त भी जैसे इक मीत है
जिंदगी की यही रीत है .......
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